नियुक्त करना, निश्चय करना, स्थित करना, निर्धारण करना, काम पर नियुक्त करना
2.
जिन महाशय का काम स्वयंसेवकों को काम पर नियुक्त करना था, वे दिन में तो दो बार नियुक्तियाँ कर जाते थे, पर शाम के भोजन के बाद पौष की कड़ाके की सर्दी में अपने स्थान से कैम्प तक आना उन्हें नागवार था ; अतः प्रायः ही शाम की ड्यूटीवाला स्वयंसेवक अपने स्थान पर दूसरा आदमी आता न पाकर आधी-आधी रात तक खड़ा रह जाता था...